हर मुसलमान जब भी किसी सफर या यात्रा पर निकलता है चाहे वो बाइक, कार, ट्रेन, जहाज़ या ऊँट हो तो निकलने से पहले Sawari Ki Dua पढ़ना सुन्नत और बरकत वाला अमल है।
यह दुआ न सिर्फ सफर में हिफाज़त और सुरक्षा देती है, बल्कि हमें याद दिलाती है कि हर सवारी और हर ताक़त सिर्फ अल्लाह के हुक्म से मुमकिन है।
तो आइए जानते हैं सवारी की दुआ को हिंदी, अरबी और इंग्लिश में, साथ ही उसका तर्जुमा और फायदे, ताकि आप हर सफर को सुन्नत के मुताबिक़ बना सकें।
Sawari Ki Dua
इस दुआ को हर मुसलमान को याद कर लेना चाहिए। सवारी पर बैठने या सफर शुरू करने से पहले इसे पढ़ना बरकत और अमान का ज़रिया है

Sawari Ki Dua In Arabic
سُبْحَانَ الَّذِي سَخَّرَ لَنَا هَذَا وَمَا كُنَّا لَهُ مُقْرِنِينَ، وَإِنَّا إِلَىٰ رَبِّنَا لَمُنقَلِبُونَ
Sawari Ki Dua In Hindi
सुब्हानल्लज़ी सख्ख़र लना हाज़ा व मा कुन्ना लहु मुकरिनीन व इन्ना इला रब्बिना लमुनक़लिबून।
Sawari Ki Dua In English
Subhanallazi Sakh-khara Lana Haza Wama Kunna Lahu Muqrineen Wa Inna Ila Rabbina Lamunqaliboon.
Sawari Ki Dua Ka Tarjuma
“पाक है वह जिसने हमारे लिए इस सवारी को हमारे क़ाबू में किया, वरना हम इसे काबू में नहीं ला सकते थे, और हमे एक दिन अपने रब की तरफ़ लौटकर जाना है।”
सवारी की दुआ कैसे पढ़ें?
रसूलुल्लाह ﷺ जब भी किसी सवारी या सफर पर निकलते, तो उनका तरीका ये था
- सवारी पर बैठते ही “बिस्मिल्लाह” कहते।
- जब सवारी चल पड़ती तो Sawari Ki Dua पढ़ते।
- उसके बाद तीन बार “अलहम्दुलिल्लाह” कहते।
यह तरीका सुन्नत और बरकत से भरा हुआ अमल है, जिसे हर मुसलमान को अपनाना चाहिए।
Sawari Ki Dua Padne Ke Fayde
Sawari Ki Dua पढ़ने से मिलने वाले फ़ायदे वाकई बेहतरीन हैं —
- सफर में अल्लाह की हिफाज़त और अमान मिलती है।
- हादसों और मुसीबतों से बचाव होता है।
- सफर बरकत और सुकून से भरा रहता है।
- यह रसूलुल्लाह ﷺ की सुन्नत है सवाब दोगुना।
- दिल में शुक्र और तवक्कुल पैदा होता है।
Sawari Ki Dua Kab Padhi Jaye?
जब भी आप किसी भी तरह की सवारी पर बैठें — 🚗 कार, 🏍 बाइक, 🚆 ट्रेन, ✈️ हवाई जहाज़ या 🐫 ऊँट — तो सफर शुरू करने से पहले यह दुआ ज़रूर पढ़ें। यह दुआ सुरक्षा, सवाब और बरकत तीनों चीज़ें लाती है।
Sawari Ki Dua Qurani Reference
यह दुआ कुरआन शरीफ की सूरह अज़-ज़ुख़रुफ़ (43:13-14) से ली गई है। यानी यह दुआ खुद अल्लाह तआला की सिखाई हुई दुआ है जो हर मुसलमान के लिए एक क़ुरआनी अमल है।
Beautiful Meaning Behind Sawari Ki Dua
यह दुआ हमें सिखाती है कि हमारी हर ताक़त, हर मशीन और हर सफर सिर्फ अल्लाह की दी हुई नेमत है।
जब हम यह दुआ पढ़ते हैं, तो हम अल्लाह का शुक्र अदा करते हैं और अपनी कमजोरी को मानते हैं। यही एहसास हमें तवक्कुल और रूहानी सुकून देता है।
FAQs
सवारी की दुआ कौन सी है?
“सुब्हानल्लज़ी सख्ख़र लना हाज़ा व मा कुन्ना लहु मुकरिनीन व इन्ना इला रब्बिना लमुनक़लिबून।”
यह दुआ कब पढ़नी चाहिए?
जब भी सवारी पर बैठें या सफर शुरू करें, “बिस्मिल्लाह” के बाद यह दुआ पढ़ें।
क्या बाइक और कार पर भी यह दुआ पढ़ सकते हैं?
जी हाँ, हर सवारी पर — चाहे वो बाइक हो, कार, बस, ट्रेन या जहाज़ — यह दुआ पढ़ी जा सकती है।
क्या यह दुआ कुरआन से है?
जी हाँ, यह सूरह अज़-ज़ुख़रुफ़ (43:13-14) से ली गई कुरआनी दुआ है।
क्या सवारी की दुआ पढ़ने से हिफाज़त होती है?
बिल्कुल! यह दुआ सफर में अल्लाह की रहमत और सुरक्षा का ज़रिया है।
आख़िरी लफ्ज़
अब जब भी आप सफर पर निकलें, तो याद रखें — Sawari Ki Dua आपकी सुरक्षा की ढाल और बरकत का ज़रिया है। चाहे सफर छोटा हो या लंबा, सवारी पर बैठते ही “सुब्हानल्लज़ी सख्ख़र लना हाज़ा…” पढ़ें।
और अल्लाह से रहमत व हिफाज़त की दुआ माँगें। इंशाअल्लाह, आपका हर सफर सलामती और बरकत के साथ पूरा होगा। इसे हमेशा अपने जेहन में रखें।