Wazu Karne Ki Dua । वजू करने की दुआ जानिए

हम सब इबादत या नेक काम में शिरकत करने के लिए वजू करते हैं जिसे हमारी इबादत या कोई पाक काम करने पर वो बारगाह ए इलाही में कबूल हो और हमारी दुनियां व आख़िरत संवर जाए।

हर तरह की नेक काम से पहले वजू करना चाहिए क्योंकि कुछ इबादत के लिए यह फर्ज है तो कुछ के लिए यह वाजिब भी है और इसे हम नेकियों से भी मालामाल होते हैं।

लेकिन अगर हम वजू से पहले वजू करने की दुआ को पढ़कर वजू करते हैं तो और भी यह हमारे लिए बेहतर होगी इसीलिए आप यहां पर वजू की दुआ को पढ़ें और जेहन में बसा लें।

Wazu Karne Ki Dua

हमारे मुल्क में हमारे ही मज़हब के लोग यानी मजहब ए इस्लाम के लोग कई तरह के भाषा में पढ़ते हैं सबकी अपनी अपनी पसंद होती है इसीलिए हमने यहां पर वजू करने की दुआ को हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश में भी लिखा है जिसे सब लोग अपनी पसंदिदा भाषा में इसे पढ़ सकें।

Wazu Karne Ki Dua In Hindi & English
Wazu Karne Ki Dua In Hindi & English

Wazu Karne Ki Dua In Hindi

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम- बिस्मिल्लाहि वल्हम्दुल्लिलाही अला दीनिल इस्लाम

Wazu Karne Ki Dua In English

Bismillah Hirrahmaan Nirrahim Bismillahi Walhamdulillahi Alaa Deenil Islam

Wazu Karne Ki Dua In Arabic

بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیْمِ بِسْمِ اللّٰہِ وَالْحَمْدُ لِلّٰہِ عَلَى دِیْنِ الْاِسْلَامِ

Wazu Karne Ki Dua Ka Tarjuma

अल्लाह के नाम से शुरू जो मेहरबान रहमत वाला व अल्लाह के लिए सब खुबियां इस पर के उसने हमें मुसलमान बनाया

वजू करने की दुआ की फ़ज़िलत

वजू करने की दुआ को पढ़ने से तब तक नेकी हासिल होती रहेगी जब तक आप की वजू टूट नहीं जाती।

इस दुआ को पढ़ने से हम एक अच्छे मुसलमान बलंद वाले इमान वाले हो जाते हैं।

आपने भी पढ़ा होगा कि उसने हमें मुसलमान बनाया तथा रब की वास्तविक खूबियां भी बयां करते हैं की उसने हमें मुसलमान बनाया।

इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए वजू करने की दुआ को हर बार वजू करने से पहले हमें पढ़ लेना चाहिए।

इस दुआ का कुछ बेहतरीन सवाब

वजू से पहले दुआ पढ़ने से वजू से पहले की यानी इस वजू और पिछले वजू के दरमियान के जो भी गुनाह हो वो माफ कर दिया जाता है यानी बख्श दिया जाता है।

दुआ के ज़रिए जो कलमा पढ़ा जाता है जिसमें हम अपना ही बख्शिश करते हैं इसे यह फ़ायदा होता है कि इन कलिमात पर मुहर लगा दिया जाता है।

और उसे क्यामत तक नहीं तोड़ा जाता है इन सभी बातों का मुकम्मल खुलासा आप किताब जन्नत में ले जानें वाले अमाल से कर सकते हैं।

हम सब का मालिक अल्लाह हम सब पे कितना मेहरबान है कि दुआ पढ़ने से हमारी गुनाहों को बख्शीश तो करती ही है।

साथ ही अपने कई तरह की नेकियों और नेमतों से भी नवाजता है जैसे हमने इस दुआ को पढ़ी और पढ़ने से गुनाह की बक्शिश तो होगी ही साथ ही साथ सवाब भी हासिल होता रहेगा।

आख़िरी लफ्ज़

आपने अब तक तो आसानी से वजू करने से पहले की दुआ को पढ़ना सीख कर जेहन में बसा लिए होंगे और तमाम फजीलतें और नेमतों को नज़र में रखते हुए इस दुआ को हर बार वजू करने से पहले एक मरतबा जरूर पढ़ा करेंगे।

हमने यहां पर इस दुआ के साथ साथ इसकी फ़ज़ीलत और खूबियां भी बयां की थी जिसे आपका मन इस दुआ को पढ़ने की ओर लालसा दे और सभी बातों को साफ और आसान भाषा में लिखा ताकि आप हर शब्द को सही सही और आसानी से पढ़ सकें।