Namaz Ke Baad Ki Dua: नमाज़ के बाद की दुआ और तरीका

Namaz Ke Baad Ki Dua: हम सब को बस मांगने का सलीका होना चाहिए उसके घर किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन वह उसे भी देता है जो मांग नहीं सकता लेकिन अगर आप मांगने के काबिल हैं तो जरूर मांगा कीजिए।

इसीलिए यहां पर आज नमाज़ के बाद की दुआ और दुआ का तरीका लिखा है जिसे आप पढ़ने के बाद जान जाएंगे कि नमाज़ के बाद की दुआ क्या है और किस प्रकार दुआ करना चाहिए।

Namaz Ke Baad Ki Dua

अल्लाहुम्म अन्तस्सलाम व मिन कस्सलाम व इलै क यराजि उस्सलाम फहैयिना रब्बना बिस्सलाम वअदखिल ना दारस्सलाम व तबारक त रब्बना वतआलै त या जलजलालि वल इकराम।

इस दुआ को आप हर नमाज़ के बाद पढ़ें और फिर जो भी चाहें, वो दुआ करें। लेकिन ध्यान रखें कि जिस फर्ज नमाज़ के बाद सुन्नत नमाज़ अदा करनी हो, तो उसे जल्दी से शुरू करें। अगर आप ज्यादा देर तक दुआ करते हैं, तो सुन्नत का सवाब कम हो सकता है।

नमाज़ के बाद दुआ मांगने का तरीका

सबसे पहले, तीन बार इस्तगफार पढ़ें, यानी “अस्तगफिरूल्लाह रब्बी मिन कुल्ली जंबिं व अतुबू इलैही।” इसके बाद एक बार आयतुल कुरसी पढ़ें।

इसके बाद तीन बार सूरह इखलास, फिर सूरह फलक और अंत में सूरह नास पढ़ें।

इसके बाद, “सुब्हानल्लाह” 33 बार, “अल्हम्दुलिल्लाह” 33 बार और “अल्लाहु अकबर” 34 बार पढ़ें। फिर एक बार “ला इलाहा इल्लल्लाहु वहदहु ला श रि क लहू लहूल मुल्कु व लहू लहम्दु व हु व अला कुल्ले शैईन कदिर” पढ़ें।

हर नमाज़ के बाद, पेशानी यानी माथे के अगले हिस्से पर हाथ रखकर “बिस्मिल्लाहिल लजी ला इलाहा इल्लाल्लाहिर रहमान निरहीम” पढ़ें और हाथ को माथे तक लाएं।

फिर यह दुआ करें: “अल्हुम्मा अजहाबो अन्निल हुम्म वल हुज्न,” जिसका मतलब है कि अल्लाह के नाम की बरकत से, जिसके सिवा कोई माबूद नहीं, वह रहमान और रहीम है, ऐ अल्लाह, तू मुझसे रंज और ग़म दूर कर दे।

नमाज़ के बाद दुआ करने का तरीका

ऊपर बताई गई दुआएं पढ़ने के बाद, इस तरह से दुआ करें:

  • सबसे पहले तीन बार किसी भी दुरूद शरीफ को पढ़ें।
  • फिर अपनी नमाज़ का जिक्र करते हुए दुआ करें।
  • अपने लिए और अपने हक में दुआ करें।
  • अपने माता-पिता के लिए दुआ करें।
  • फिर अपने पूरे परिवार के लिए दुआ करें।
  • अपने रिश्तेदारों के लिए दुआ करें।
  • अंत में दुनिया और उसके लोगों के लिए दुआ करें।
  • फिर तीन बार “रब्बना आतीना फिदुनिया” पढ़ें।
  • अंत में फिर से तीन बार दुरूद शरीफ पढ़ें।

आपकी दुआ इस तरह से हो सकती है: “ऐ अल्लाह, हमने तेरी बारगाह में नमाज़ पढ़ी।

इसे तू कुबूल फरमा। हमारे टूटे-फूटे सजदों को अपने पास कबूल कर ले। ऐ अल्लाह, तू बहुत बड़ा है, मेरे हर नेक और जायज़ तमन्ना पूरी कर।

इसके बाद अपने लिए विस्तार से दुआ मांगें और अपने गुनाहों की माफी भी मांगें।

अपने माता-पिता के लिए इस तरह से दुआ करें: “ऐ अल्लाह, हमारे मां-बाप को नेक सुख से रख, उन्हें लंबी जिंदगी अता फरमा,” और फिर उनके लिए जो चाहें दुआ करें।

अपने घरवालों के लिए इस तरह से दुआ करें “ऐ अल्लाह, हमारे घर को शैतानों और आफतों से दूर रख,” और हमारे घर में बरकत की रोज़ी अता फरमा।

फिर सभी घर के सदस्यों के लिए दुआ करें। अपने करीबी दोस्तों के लिए भी इसी तरह से दुआ करें: “ऐ अल्लाह, इस फलां शख्स को लंबी उम्र अता फरमा,” और एक-एक करके सभी के लिए दुआ करें।

अब दुनिया और उसके लोगों के लिए दुआ करें: “ऐ अल्लाह, इस दुनिया और मुल्क पर अपनी नज़र-ए-करम फरमा,” और जो भी परेशान हैं, उनकी परेशानियों को दूर कर दे। अपने नेक बंदों पर भी नजर-ए-करम रखो और अन्य बहुत सी दुआ मांगें।

आख़िरी शब्द

तो प्यारे दोस्तों कैसा लगा यह पैग़ाम जिसमें हमने नमाज़ के बाद की दुआ को हिंदी के साफ और आसान लफ्जों में बताया था और साथ ही दुआ का तरीका भी बताया था जिसे आप सही से नमाज़ के बाद दुआ कर सकें।

अगर यह दुआ आपको अच्छा लगा हो तो आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा कर सवाब हासिल करें और ऐसे ही दुआ सीखने के लिए हमारे इस ब्लॉग पर रेगुलर आते रहें।

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