Astaghfar Ki Dua: In Hindi, Roman English, Arabic With Tarjuma

Astaghfar Ki Dua: अस्सलामु अलैकुम मेरे इस्लामी भाइयों और बहनों! आज मैं आपको सब को एक बहुत ही ख़ास मग़फिरत से मामूर दुआ लेकर आई हूं जिसका तलाश हम सब को हैं।

जी बिल्कुल इस कायनात में हम सब से छोटी बड़ी गलतियां जाने अंजाने में होती रहती है और रूह नापाक हो जाती है ऐसे में हम सब को अस्तगफार की दुआ पढ़ पढ़ के रूह को पाक करना चाहिए।

इन्हीं बातों पर गौर फरमाते हुए मैंने यहां पर इस दुआ को लिखी हूं ताकि आप सब भी जान जाएं और जेहनशी करके हर रोज पढ़ते रहें तो आईए यहां पर ध्यान से पढ़िए।

Astaghfar Ki Dua

मैं हमेशा से ही इस ब्लॉग पर हर दुआ को तीन सबसे मशहूर भाषाओं में लिखती आई हूं क्योंकि पूरे वर्ल्ड में इन्हीं मुख्य तीनों भाषाओं के पढ़ने वाले लोग हैं।

इसीलिए मैंने इस दुआ को भी हिंदी इंग्लिश और अरबी में लिखी हूं ताकि आप अपने मुताबिक सही और आसान भाषा में पढ़ कर इस दुआ को आसानी से समझ सकें।

Astaghfar Ki Dua In Hindi

अस्तगफिरूल्लाह अल-लजी ला इलाहा इल्ला हुवा अल हय्युल कय्युम व अतुबू इलैह
Astaghfar Ki Dua In Roman English

Astaghfar Ki Dua In English

Astaghfirullah Al-lazi Laa ilaha illa Huwa Al Hayyul Qayyum Wa Atuboo ilaih.

Astaghfar Ki Dua In Arabic

أَسْتَغْفِرُ اللَّهَ الَّذِي لاَ إِلَهَ إِلاَّ هُوَ الْحَىُّ الْقَيُّومُ وَأَتُوبُ إِلَيْهِ

Astaghfar Ki Dua Ka Tarjuma

मैं अल्लाह से अपने गुनाहों की मुआफी मांगता हूं जिसके सिवा कोई इबादत के लायक नहीं जो जिंदा और हमेशा रहने वाला है और मैं उसी की तरफ तौबा करता हूं

आपको इन बातों पर भी अमल करना चाहिए

हम सब जानते हैं कि दुआ पढ़ने ही काफी नहीं होता और भी गतिविधि पर भी ध्यान देना होता है किन बातों पर ज्यादा ध्यान देना सही होगा हमने इसे भी बताई हूं।

सबसे पहले और अच्छी बात ये है कि आप कोशिश करें कि ग़लती ना के सामान हो फिर भी जाने अंजाने में कुछ ग़लती हो जाए तो तुरन्त तौबा ए अस्तगफार कर लें। और इन बातों पर अमल करें:

  • नमाज़ ए तौबा हर रोज पढ़ने की आदत शुमार करें।
  • इसके साथ साथ फ़र्ज़ नमाज़ भी छुटना नहीं चाहिए।
  • छोटी छोटी गुनाहों और बुरी बातों से परहेज़ करें।
  • अगर हमें दूसरों को भलाई के लिए वक्त न मिले।
  • तो किसी की बुराई भी नहीं करना चाहिए।
  • गलती से भी गलती हो जाए तो फौरन तौबा कर लें।
  • दुनियां के किसी भी इंसा का हक ना दबाएं।
  • इस जिंदगी को मकसद के साथ बसर करें।
  • और सबसे से जरूरी बात शिर्क जैसा बड़ा गुनाह कभी ना करें।

इन सभी बातों पर नज़र हमेशा रखें और दिल से किसी का बुरा ना चाहें ऐसे में अगर गलती हो भी जाती है तो खुदाए तआला आपको मुआफ़ फरमा देगा वो रहीम व करीम है।

हम सब एक दूसरे को नहीं जानते लेकिन वो दिलों को बात जानता है यह कुरान कहता है। अगर आपका इंटेंशन सही है और ग़लती से कुछ हो जाती है तो कोई बड़ी बात नहीं वो सब जानता है।

मेरी अंतिम बात

अब तक तो आप अस्तगफार की दुआ की दुआ पढ़ने और समझने के साथ साथ इसे याद रख ही लिए होंगे और इस रोजमर्रा की जिंदगी में ज्यादा से ज्यादा पढ़ेंगे।

हमने यहां पर दुआ के साथ साथ और भी अच्छी अच्छी बातें बहुत ही साफ़ और आसान लफ्जों में लिखी थी जिसे पढ़ और समझ कर आप रियल लाइफ में इंप्लीमेंट कर सकें।

अगर आपको हमसे कोई सवाल पूछना है तो आप इस वेबसाइट के कॉन्टेक्ट अस पेज़ के जरिए राब्ता कर सकते हैं इधर से जितना जल्द हो सके आपको जवाब पेश की जाएगी।

My name is Firdoush, and I am the Editor and Writer at Alseza. I am a Sunni Muslim from Ranchi, India, with experience in teaching and writing about Islam since 2019. My work focuses on creating and sharing authentic Islamic duas and content aimed at pleasing Allah ﷻ and seeking His blessings.