Badal Garjne Ki Dua: बारिश और बादल का मौसम एक नेमत भी है और कभी-कभी डर का कारण भी। जब आसमान में बिजली चमकती है और बादल गरजते हैं तो दिल में हल्की सी घबराहट होना स्वाभाविक है।
इस मौके पर हमारे प्यारे नबी ﷺ ने हमें एक खास दुआ सिखाई है बादल गरजने की दुआ जो हमें अल्लाह की हिफ़ाज़त में ले आती है और हम खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं।
यह दुआ सिर्फ एक पढ़ने की चीज़ नहीं, बल्कि ईमान की मजबूती और अल्लाह पर भरोसे की निशानी है। आइए इसे अरबी, हिंदी, और इंग्लिश में सीखते हैं, साथ ही इसका सही तर्जुमा और पढ़ने का तरीका भी समझते हैं।
🌩 बादल गरजने की दुआ क्या है?
Badal Garjne Ki Dua एक ऐसी सुन्नत दुआ है, जो हदीस में मौजूद है और रसूल अल्लाह ﷺ से साबित है। इसका मकसद है कुदरती आफ़ात, डर, और घबराहट के वक्त अल्लाह से पनाह मांगना और उसकी ताक़त का इकरार करना।
मौसम चाहे कोई भी हो जब बादल गरजते हैं या बिजली चमकती है, तो हमें याद रखना चाहिए कि यह सब अल्लाह की कुदरत के निशान हैं और वह हर चीज़ पर क़ादिर है।

📖 बादल गरजने की दुआ हिंदी में
सुब्हानल्लाहिल्लज़ी युसब्बिहुर-रअदु बिहम्दिही वल-मलाइकतु मिन ख़ीफतिही
🌍 बादल गरजने की दुआ इंग्लिश में (Transliteration)
Subhanallazi yusabbihur-ra’du bihamdihi wal-malaikatu min kheefatihi
📖 बादल गरजने की दुआ अरबी में
سُبْحَانَ اللَّهِ الَّذِي يُسَبِّحُ الرَّعْدُ بِحَمْدِهِ وَالْمَلَائِكَةُ مِنْ خِيفَتِهِ
📝 तर्जुमा (Meaning in Hindi)
“पाक है वह ज़ात, जिसकी तारीफ के साथ बादल की गरज उसकी तस्बीह़ करता है, और फ़रिश्ते भी उसके डर से उसकी तस्बीह़ पढ़ते हैं।”
☔ बादल गरजने की दुआ पढ़ने का सही तरीका
- जब भी आसमान में Thunderstorm हो या Rainfall के दौरान बादल गरजें यह दुआ पढ़ें।
- पढ़ते वक्त दिल में अल्लाह की रहमत और हिफाज़त का इरादा रखें।
- कोशिश करें कि इसे अरबी में पढ़ें, क्योंकि यही असल लफ़्ज़ हैं जो रसूल अल्लाह ﷺ ने सिखाए।
- अगर अरबी याद न हो तो हिंदी या इंग्लिश में भी पढ़ सकते हैं, लेकिन अरबी याद करना ज्यादा बेहतर है।
🌟 क्यों पढ़नी चाहिए Badal Garjne Ki Dua?
- यह सुन्नत अमल है, जिससे अल्लाह की खुशी हासिल होती है।
- डर और घबराहट के वक्त दिल को सुकून मिलता है।
- यह हमें याद दिलाती है कि कुदरत का हर काम अल्लाह के हुक्म से होता है।
- बच्चों को सिखाने से उनकी ईमानदारी और अल्लाह पर भरोसा बढ़ता है।
❓ FAQs – बादल गरजने की दुआ से जुड़े सवाल
क्या यह दुआ सिर्फ बारिश में पढ़ी जाती है?
नहीं, बादल गरजने के वक्त भी पढ़ी जा सकती है, चाहे बारिश हो या न हो।
क्या अरबी में पढ़ना जरूरी है?
अरबी में पढ़ना अफ़ज़ल है, लेकिन याद न हो तो अपनी भाषा में भी पढ़ सकते हैं।
क्या यह दुआ बच्चों को सिखाई जा सकती है?
बिल्कुल! ताकि वे कुदरती आफ़ात के दौरान अल्लाह की पनाह मांग सकें।
याद कैसे करें?
बार-बार दोहराएं, घर वालों के साथ पढ़ें और इसे रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनाएं।
📌 आखरी बात
जब भी बादल गरजे, डरने के बजाय बादल गरजने की दुआ पढ़ें। इससे न सिर्फ दिल को तसल्ली मिलेगी बल्कि अल्लाह की हिफाज़त भी हासिल होगी। इस दुआ को शेयर करना भी सदक़ा-ए-जारिया है यानि इसका सवाब आपको लगातार मिलता रहेगा।