Bukhar Utarne Ki Dua: मर्ज में मुब्तला होने के बाद जिंदगी बहुत गमगीन लगती है ऐसा लगता है जैसे यही आख़िरी दिन है सच में और ऐसे में अगर जबरदस्त बुखार आ जाए तो बंदा टूट जाता है।
ऐसे में हम अपने को हकीम से मुलाकात करते हैं जिसे ट्रीटमेंट अच्छे से हो जाए लेकिन काफी बार क्या होता है कि बहुत इलाज़ कराने के बाद भी बुखार नहीं जाता है।
ऐसे में हमारे मजहब के शरीयत में बुखार की दुआ नाजिल है जिसपे ध्यान जाता है सब तो उसी के हांथ में है तो क्यों न हम दुआ को पढ़ें इसीलिए आप यहां पर इसे पढ़ कर समझ लें।
Bukhar Utarne Ki Dua
हमारे मुल्क में सब को सब लैंग्वेज में पढ़ने नहीं आता है इसीलिए हमने यहां पर बुखार उतारने की दुआ को ना कि सिर्फ हिंदी में बल्कि इंग्लिश और अरबी में भी लिखा है जी हां जिसे आप सब अपने पसंदिदा भाषा में सही सही पढ़ कर समझ सकें।

Bukhar Utarne Ki Dua In Hindi
बिस्मिल्लाहील कबिर अउजुबिल्लाहिल अज़िम मिन शर्रि कुल्लि अर्किन ना-आरिन व मिन शर्रि हर्रिन्नार
तिर्मिजी 20:4
Bukhar Utarne Ki Dua In Arabic
بِسْمِ اللَّهِ الْكَبِيرِ اَعُوْذُ بِاللّٰهِ الْعَظِيْمِ مِنْ شَرِّ كُلِّ عَرْقٍ نَعَّارٍ وَمِنْ شَرِّ حَرِّ النَّارِ
Bukhar Utarne Ki Dua In English
Bismillaaheel Kabeer Aujoobilaaheel Azeem Min Sharree Qulli Arkeen Naa-Areen Wa Min Sharree Harrinnaar
Bukhar Utarne Ki Dua Ka Tarjuma
किब्रियाई वाले अल्लाह पाक के नाम से मैं हर जोश मारने वाली रग की बुराई से और आग की तपिश की शर से, अजमत वाले रब की पनाह चाहता हूं।
बुखार की दुआ से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें
बुखार की दुआ को विश्वास के साथ पढ़ने से अल्लाह तआला जल्द ही अपने बंदों का बुखार से शिफा देता है।
इस दुआ के पढ़ने से न केवल बुखार, बल्कि दर्द और अन्य शारीरिक पीड़ाओं से भी राहत मिलती है।
बुखार से संबंधित एक खास हदीस
एक बार जब कुछ लोगों ने हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम से बुखार की शिकायत की, तो आपने फरमाया: “अगर तुम चाहो, तो मैं तुम्हारे लिए अल्लाह से दुआ कर दूं कि वह इसे तुमसे दूर कर दे, और अगर तुम चाहो, तो इसे सहन करो; यह तुम्हारे पुराने गुनाहों को मिटा देगा।” इस पर उन्होंने कहा, “या रसूलल्लाह, इसे सहन करना बेहतर है।
बुखार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण हदीसें
सहाबी हजरत अबू हुरैरा रजि अल्लाहु तआला अन्ह ने बताया कि हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने एक बुखार से पीड़ित मरीज की इयादत की। आप ने उन्हें बताया, “तुम्हें बधाई हो, क्योंकि अल्लाह तआला फरमाते हैं: ‘बुखार मेरी आग है; मैं अपने बंदे को इस में मुब्तला करता हूं ताकि कयामत के दिन उसे जहन्नम की आग से बचा सकूं।
बुखार के कुछ अद्भुत फायदे
अल्लाह की तरफ से आने वाली कठिनाइयों पर धैर्य रखना चाहिए, क्योंकि कई बार शारीरिक बीमारियां खुदा की रहमत का कारण बनती हैं।
बुखार होने से गुनाह ठीक उसी तरह ख़त्म होता है जैसे भट्ठी में लोहे से जंग हट जाती है।
कई बार हदीस में भी कहा गया है कि जो बुखार में फौत होता है, वह शहीद माना जाता है।
जब कोई व्यक्ति बुखार में होता है, तो उसकी नसों को धड़कने पर उसे नेकियों का सिला मिलता रहता है।
यदि किसी को एक रात बुखार होता है, तो वह गुनाहों से ऐसा हो जाता है जैसे कि वह उस दिन नया जन्मा हो।
निष्कर्ष
तो कैसा लगा ये आज का छोटा बट पॉवरफुल दुआ हमें यकीन है कि आपको अच्छा लगा होगा अगर कोई बात हो तो आप पूछ सकते हैं हमसे और ऐसी दुआ सीखने के लिए रेगुलर इस वेबसाइट पर विजिट करते रहें इसे आपको ऐसी ही अच्छी अच्छी दुआएं सीखने को मिलेगी।
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