Humbistari Ki Dua: हम सब के लिए एक जरूरी और अदब से भरी दुआ यानि हमबिस्तरी की दुआ जानना बहुत जरूरी है यह हमें सिखाता है कि हमें कैसे अपने रब के बताए हुए आदाब में रह कर पूरा किया जा सकता है।
हमारा रब ने इन छोटी छोटी बातों पर भी दुआ नाजिल फरमाई जिसकी शान बहुत ही आला है इसीलिए आप हमेशा हमबिस्तर होने से पहले इस दुआ को जरूर पढ़ें।
इसके साथ साथ नीचे लिखी जानकारी को भी हासिल करें क्योंकि सिर्फ दुआ जानना ही काफी नहीं है बल्कि हमें इसका आदाब व एहतराम भी मालुम होना चाहिए।
Humbistari Ki Dua
हमबिस्तरी की दुआ को हिंदी और इंग्लिश के अलावा अरबी में तर्जुमा के साथ लिखा गया है जिसे आप अपने सबसे अच्छे और मनमुताबिक जबान में पढ़ कर समझ लें।

Humbistari Ki Dua In Hindi
सबसे पहले यहां पर हमबिस्तरी की दुआ हिंदी में जान लें।
बिस्मिल्लाहि अल्लाहुम्म जन्निब् नश्शैता न व जन्निबिश्शैता न मा रज़क तना
Humbistari Ki Dua In Arabic
بِسْمِاللّٰهِ اَللّٰهُمَّ جَنِّبْنَا الشَّيْطَانَ وَجَنِّبِ السَّيْطٰانَ مَادَذَقْتَنَا
Humbistari Ki Dua In English
Bismillahi Allahumma Jannib Nashshaita Na Wa Jannibishshaita Na Ma Rajak Tanaa.
Humbistari Ki Dua Ka Tarjuma
अल्लाह के नाम से ऐ अल्लाह दूर कर हम से शैतान मरदूद को और दूर कर शैतान मरदूद को उस औलाद से जो तू हमें अता करे।
हमबिस्तरी से जुड़ी जरूरी बातें
- हर बार हमबिस्तर होने से कब्ल वजू कर लें।
- हमबिस्तरी की दुआ पढ़ कर ही मुबाशरत करना चाहिए।
- और एक बात का ख्याल रखें किब्ला की जानिब न हो।
- कभी भी मुबाशरत खड़े हो कर न करें यह सही नहीं होता है।
- तथा बैठ कर भी मोबाशरत करने से परहेज करना चाहिए।
- सही से अदब के साथ कायदे से दोनों हमबिस्तर हों।
- कभी भी मनी निकलने के तुरंत बाद अलग नहीं होना चाहिए।
- सोहबत पूरी होने के बाद अपने अपने मकाम को तुरंत साफ कर लें।
- इसके बाद तुरंत ही दोनों पेशाब भी करें इसकी भी अलग ही फवाएद है।
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हमबिस्तरी के अदब व सुन्नत
हमबिस्तरी होने से पहले एक दूसरे से बात करते हुए परेशानियां जानने की कोशिश करें और मुबाशरत का इरादा हो तो औरत से पूछ लें कि कहीं हैज़ में तो नहीं है औरत को भी चाहिए कि अगर वह हाएजा में हो तो फ़ौरन इस बात को बोल दे अगर हो तो मुबाशरत न करें।
और जब भी अपनी बीबी के पास जाएं तो पर्दे में ही जाएं और बगैर पूछे उन पर जोखिम नहीं डालना चाहिए कभी ऐसा भी होता है कि औरत तैयार नहीं होती और शौहर अपना फ़ायदा सिर्फ देखता है।
और जब दोनों का इरादा मुकम्मल हो तो भी तुरंत टूट पड़ना नहीं चाहिए बल्कि आपको चाहिए कि हाथों के ज़रिए बहलाएं क्योंकि एक हदीस में है कि जो शौहर अपनी बीबी का हांथ उसको बहलाने के लिए पकड़ता है तो अल्लाह तआला उसके लिए नेकी लिख देता है जब पुरुष मोहब्बत से हाथ उसके गले में डालता है तो उसके हक में 10 नेकियां लिखी जाती है।
हमबिस्तरी की दुआ से ताल्लुक हदीस
एक हदीस के मुताबिक हज़रत अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास रजियल्लाहु तआला अन्हुं से रिवायत है कि रसूले करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो शख्स दुआ को हमबिस्तरी के वक्त पढ़ेगा तो अल्लाह तआला उस पढ़ने वाले को अगर औलाद अता फरमाए तो उस औलाद को शैतान कभी भी नुक्सान नहीं पहुंचा सकता।
एक हदीस में है कि हज़रत इमाम अहमद रजा खां रजियल्लाहु तआला अन्हुं फतावा रिजविया में इरशाद फ़रमाते हैं अगर कोई शख्स सोहबत के वक्त दुआ न पढ़ें यानी शैतान मरदूद से अल्लाह की पनाह नहीं मांगे तो उस शख्स की शर्मगाह से शैतान लिपट जाता है।
साथ ही उस मर्द से जो बच्चा पैदा होता है वह नाफरमान बुरी खसलतों वाली बेगैरत और बद्दीन व गुमराह होती है शैतान की इस दखलअंदाजी के सबब औलाद में तबाह कारी आ जाती है।
एक हदीस में यह है कि हज़रत सअद बिन अबादा रजियल्लाहु तआला अन्हुं ने फ़रमाया अगर मैं अपनी बीबी के साथ किसी को देख लूं तो उसका काम तमाम कर दूं उनकी इस बात को सुनकर लोगों ने ताज्जुब किया अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि।
अन्तिम शब्द
तो दोस्तों कैसा लगा आज का यह दुआ लिखा हुआ लेख इसमें हमने दुआ के साथ साथ और भी कई बेहतरीन बातें लिखी थी जिसपे आपको अमल करना चाहिए क्योंकि इसकी फ़ज़ीलत और रहमत भी आपने जाना तो जरूर इसपर अमल कीजिएगा और सभी को हिदायत दीजिएगा बुरी तरीकों से बचने के लिए।
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