Janaze Ki Dua: In English, Hindi, Arabic With Tarjuma

आज हम एक बहुत ही खास दुआ के बारे में जानेंगे जी हां हम जानेंगे Janaze Ki Dua को हमने इसे सरल और स्पष्ट शब्दों में लिखा है जिसे आप इसे आसानी से पढ़ सकें और याद कर सकें।

हर मखलूक को इस संसार की चमक-दमक भरी दुनिया से एक दिन विदा होना है। इस हमसे दौरान जाने-अनजाने में कई गुनाह हो जाते हैं और दूसरों को तकलीफ होती है। इसलिए जनाजे की दुआ का इल्म होना बहुत जरूरी है।

हमें जनाजे की दुआ याद होगी, तो हम अपने रब से मगफिरत की दुआ कर सकेंगे जिसे उन की रूह को सुकून मिलेगा। इसके साथ ही यह हमारे नामाए आमाल में भी नेकियों का इजाफा होगा।

Janaze Ki Dua

आपको पता होगा कि जनाजे की दुआ तीन तरह की होती है जिन लोगों का निकाह हो चुका है उनके लिए एक खास दुआ होती है।

छोटे बच्चों के लिए अलग दुआ होती है, तथा छोटी लड़कियों के लिए भी एक अलग दुआ होती है। आप यहां पर तीनों दुआ जानेंगे।

Janaze Ki Dua Baligh Ke Liye

ल्लाहुम्म मगफिरलि हैयिना व मैयितिना व शहिदिना व गाइबिना सगीरिना व कबीरिना व ज क रिना व उनसाना अल्लाहुम्म मन अहयैतहू मिन्ना फअह् यही अलल इस्लामी व मन तवफ्फैतहू मिन्ना फतवफ्फहू अलल ईमान।

Janaze Ki Dua Na Baligh Bachche Ke Liye

अल्लाहुम्मज्अल्हु लना फरतौं वज्अल्हुलना अज्रौं व जख्रौं वज्अल्हु लना शाफिऔं व मुशफ्फआ।

Janaze Ki Dua Na Baligh Bachchi Ke Liye

अल्लाहुम् मजअल्हा लना फरतौं वजअल्हा लना अज्रौं व जुख्रौं वजअल्हा लना शा फिअतौं व मुशफ्फअत।

जनाजे में क्या पढ़ना चाहिए?

जनाजे में जनाजे की नमाज का सना और दुरूदे इब्राहिम फिर जनाजे की दुआ पढ़ना चाहिए।

जनाजे में कौन सी दुआ पढ़ी जाती है?

जनाजे में जनाजे की नमाज की दुआ पढ़ी जाती है।

अंतिम लफ्ज़

आपने यहां जनाजे की दुआ को बहुत सरल शब्दों में समझा जिससे आप इसे आसानी से याद भी कर लिए होंगे। जब भी आप किसी जनाजे में शामिल होंगे तो आप निश्चित रूप से यह दुआ पढ़ेंगे।

फिर भी आपके मन में अब भी जनाजे की दुआ से संबंधित कोई सवाल, संदेह या सुझाव है, तो कृपया हमें कमेंट करके बताएं। हम आपके सभी सवालों का जवाब देने के लिए यहा हाज़िर हैं क्योंकि हमारा उद्देश्य आपको स्पष्ट और सही जानकारी प्रदान करना है।

अगर यह दुआ आपको अच्छा लगा हो और इससे आपको कुछ नया सीखने को मिला है, तो कृपया इस दुआ को अधिक से अधिक लोगों के साथ शेयर करें। तो सब लोग इस दुआ से परिचित होकर अपने अच्छे कामों में बढ़ोतरी कर सकें।