Mitti Dene Ki Dua । कब्र पर मिट्टी देने की दुआ जानें

Mitti Dene Ki Dua: हम सब को इस दुनियां से रुखसत हो कर इस मनोरम्य जिंदगी से अलविदा कह के मिट्टी में मिल जाना है चाहे वो कोई भी हो सब का अंजाम यही है इसे बदला नहीं जा सकता।

हमारे दरमियान इस धरती से कोई भी गुजरता है तो हम सब इस्लाम कौम के पुरुष हजरात अपने नजदीक कब्रिस्तान उन्हें दफनाने ले जाते हैं और जनाजे की नमाज़ पढ़ कर उन्हें मिट्टी देते हैं।

हम सब को मिट्टी देने की दुआ मालुम होना चाहिए जिसे जब कभी किसी का भी मिट्टी में शामिल हो तो दुआ के साथ कब्र पर मिट्टी डाल सकें इसीलिए हमने यहां पर इस दुआ को बताया है।

Mitti Dene Ki Dua

आपको यह बताते चलें कि हमने यहां पर मिट्टी देने की दुआ को हिंदी के साथ साथ इंग्लिश और अरबी में भी लिख कर बताया है ताकि आप सब अपने अपने पसंदिदा भाषा में पढ़ सकें।

इसके बाद आपको कहीं पर भी कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ देखने की आवश्यकता नहीं होगी तो आप भी गौर से पढ़ें और समझें ताकि फ्यूचर में दिक्कत न हो।

Mitti Dene Ki Dua In Hindi

Mitti Dene Ki Dua In Hindi

सबसे पहले आप कब्र पर मिट्टी देने की दुआ को हिंदी में पढ़ें और समझें।

मिनहा खलक ना कुम
व फिहा नुईदुकुम
व मिनहा नुखरि जुकुम तारतन उखरा

Mitti Dene Ki Dua In English

इसके बाद इंगलिश के वर्ड्स में मिट्टी देने की दुआ को पढ़ें अगर इसमें रुचि हो।

Minha Khalaq Na Kum
Wa Feeha Nooidukoom
Wa Minha Nukhri Zukum Tartan Ukhra

Mitti Dene Ki Dua In Arabic

अब आप इस दुआ को अरबी लैंग्वेज के साफ़ और आसान लफ्जों में पढ़ कर समझें।

مِنْهَا خَلَقْنَاکُمَْ

وَفيْهَا نُعيْدُکُمْ

وَمِنْهَا نُخْرِ جُکُمْ تَارَتهً اُخْرٰى

Mitti Dene Ki Dua Ka Tarjuma

उसी जमीन से हमने तुमको पैदा किया

और उसी में तुम को लौटाएंगे

और उसी से दोबारा तुमको निकालेंगे

कब्र पर मिट्टी देने का तरीका

कब्र पर मिट्टी देने में मुस्तहब तरीका यह है कि सिरहाने की तरफ़ दोनों हाथों से मिट्टी को उठाएं।

मिट्टी उठाने के बाद पहली बार कब्र पर डालते हुए “मिनहा खलक ना कुम” पढ़ना है।

अब बारी आती है दूसरी बार मिट्टी डालने की तो मिट्टी उसी तरह से उठाकर डालते हुए दुसरी बार “व फिहा नुईदुकुम” पढ़ना है।

ठीक इसी प्रकार तीसरी दफा मिट्टी उठाएं और कब्र पर डालते हुए “व मिनहा नुखरि जुकुम तारतन उखरा” पढ़ें।

कभी भी चाहे कितना भी जल्दबाजी हो हमेशा यानी तीनों दफा मिट्टी आराम और नर्मी के साथ कब्र पर डालना चाहिए।

इसके बाद यदि आप जल्दबाजी में न हों तो सभी को मिट्टी डालते तक खड़े रहें और दुआ पढ़ें।

अंतिम शब्द

अब तक तो आप पढ़ कर मिट्टी देने की दुआ के बारे में जान चुके होंगे और हम उम्मीद करते हैं कि आप हमेशा इस दुआ को याद रख लिए होंगे और कब्र पर मिट्टी डालते हुए आसानी से पढ़ पाएंगे।

हमने यहां न कि सिर्फ दुआ बल्कि इसके साथ साथ कब्र पर मिट्टी डालने का तरीका भी बताया था जो आप सब को पसंद आया होगा यह लेख न केवल दुआ की जानकारी देता है बल्कि इसमें बहुत बातें बयां की गई थी।

यदि आप इस पोस्ट को पढ़ने के बाद भी किसी बात को लेकर कन्फ्यूज हैं या आपके मन में कोई प्रश्न है, तो कृपया बेझिझक हमसे संपर्क पेज़ के माध्यम से पूछ सकते हैं।