Rishta Hone Ki Dua: शादी सिर्फ़ एक रिश्ता नहीं बल्कि ज़िंदगी का अहम मोड़ है। हर इंसान चाहता है कि उसका निकाह सही समय पर सही साथी के साथ हो।
लेकिन आजकल शादी में देरी होना एक आम समस्या बन गई है कभी-कभी रुकावटें आ जाती हैं या रिश्ता टूटना, देरी होना या सही इंसान न मिलना। ऐसे में इंसान परेशान हो जाता है।
अलहम्दुलिल्लाह! क़ुरआन और हदीस में ऐसी बेहतरीन दुआएँ और वज़ीफ़े मौजूद हैं जो आपकी मुश्किलें आसान कर सकते हैं अगर आप भी चाहते हैं कि जल्दी अच्छा रिश्ता तय हो जाए तो ये दुआएँ आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगी।
🌸 शादी में देरी क्यों होती है?
शादी देर से होने के पीछे कई वजह हो सकती हैं:
- सही जीवनसाथी की तलाश में मुश्किल
- किसी के द्वारा रिश्ता रोकना या नकारात्मक असर
- परिवार की सोच या समाजिक दबाव
- आत्मविश्वास की कमी या व्यक्तिगत कारण
इस्लाम हमें सिखाता है कि ऐसी परेशानियों का हल दुआ, वज़ीफ़े और अल्लाह तआला पर भरोसा रखने में है।
🕌 Rishta Hone Ki Dua
क़ुरआन में हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम की दुआ का ज़िक्र मिलता है, जो शादी के लिए बेहद असरदार है इस दुआ को पढ़ने से आपके रिश्ते जरुर होंगे इंशाल्लाह।

🤲 Rishta Hone Ki Dua In Hindi
रब्बि इन्नी लीमा अन्जलता इलैय्या मिन खैरिन फ़क़ीर
📖 Rishta Hone Ki Dua In Arabic
رَبِّ إِنِّي لِمَا أَنْزَلْتَ إِلَيَّ مِنْ خَيْرٍ فَقِيرٌ
✨ Rishta Hone Ki Dua In English
Rabbi inni limā anzalta ilayya min khayrin faqīr
💖 Rishta Hone Ki Dua Ka Tarjuma
“ऐ मेरे रब, तू जो भी भलाई मुझे अता करेगा, मैं उसका मोहताज हूँ।”
इस दुआ को हर नमाज़ के बाद पढ़ें और पूरे यक़ीन के साथ अल्लाह से दुआ करें।
🌹 अच्छे रिश्ते के लिए वज़ीफ़ा
अगर आप चाहते हैं कि जल्द और अच्छा रिश्ता मिले, तो:
- फज्र की नमाज़ के बाद सूरह अल-वाक़िया को 10 दिनों तक पढ़ें।
- इसे तिलावत करते समय नीयत साफ़ रखें।
- यह अमल रिश्ते की रुकावटें दूर करके अच्छा जीवनसाथी मिलने में मददगार होता है।
🕋 वज़ीफ़ा पढ़ने के क़दम
- वुज़ू करके बैठें।
- 11 बार दुरूद शरीफ पढ़ें।
- “रब्बि इन्नी लीमा अन्जलता इलैय्या मिन खैरिन फ़क़ीर” को 313 बार पढ़ें।
- अंत में फिर दुरूद शरीफ पढ़ें और अल्लाह से सच्चे दिल से दुआ करें।
- इसे 17 दिनों तक फज्र की नमाज़ के बाद करें। इंशाअल्लाह असर ज़रूर दिखेगा।
🤲 दुआ कबूल होने का तरीका
- हर नमाज़ के बाद दुरूद शरीफ पढ़ें।
- बीच में 11 बार यह दुआ पढ़ें।
- फिर दोबारा दुरूद शरीफ पढ़ें और पूरे यक़ीन व मोहब्बत के साथ अल्लाह से गिड़गिड़ाकर दुआ करें।
याद रखें, दुआ की कुबूलियत नीयत की सफाई और अल्लाह पर भरोसे से होती है।
✅ अन्तिम लफ्ज़
अगर आप शादी में बार-बार रुकावटें महसूस कर रहे हैं तो मायूस न हों। कुरआन और हदीस हमें सिखाते हैं कि हर मसले का हल अल्लाह की रहमत में छुपा है। ये दुआएँ और वज़ीफ़े आपकी मुश्किलें आसान करेंगे।
बस याद रखें – दुआ करें, सब्र और अल्लाह पर भरोसा बनाए रखें। इंशाअल्लाह, बहुत जल्द आपको अच्छी खबर मिलेगी और निकाह की राह आसान हो जाएगी।