क्या आप जानना चाहते हैं कि Sana Dua in Hindi क्या है और इसे कैसे पढ़ा जाता है? इस पोस्ट में हम आपको सना दुआ हिंदी, अरबी और इंग्लिश तीनों भाषाओं में बताएंगे।
साथ ही इसका सही तरजुमा और नमाज़ में पढ़ने का तरीका भी समझाएंगे। अगर आप नमाज़ की शुरुआत में पढ़ी जाने वाली सना दुआ ढूंढ रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है।
📖 Sana Dua in Hindi
सुब्हानका अल्लाहुम्मा व बि हम्दिका व तबार कस्मुका व तआला जद्दू-क व ला इल्लाहा गैरूका
📖 Sana Dua in Arabic
سُبْحٰنَاكَ اَللّٰهُمَّ وَ بِحَمْدِكَ وَ تَبَارَكَ اسْمُكَ وَتَعَالٰى جَدُّكَ وَلَاْاِلٰهَ غَيْرُكَ
📖 Sana Dua in English
Subhaanka Alaahumma Wa Bi Hamdeeka Wa Tabaar Kasmukaa Wa T’Aala Jadduka Wa Laa ilaaha Gairuka
📖 Sana Ka Tarjuma in Hindi
“ऐ अल्लाह! तू पाक है और मैं तेरी हम्द करता हूँ। तेरा नाम बरकत वाला है, तेरी शान बुलंद है और तेरे सिवा कोई माबूद नहीं।”
🕌 Namaz Ki Sana Kab Padhi Jati Hai?
- नमाज़ शुरू करते वक्त नियत बांधने के बाद सबसे पहले Sana Dua पढ़ी जाती है।
- इसके बाद अऊज़ुबिल्लाह मिनश शैतानिर्रजीम और बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम पढ़ना होता है।
- अगर आप इमाम के पीछे नमाज़ अदा कर रहे हैं तो भी नियत के बाद सबसे पहले सना दुआ ही पढ़ते हैं।
- याद रखें – सना सिर्फ नमाज़ की पहली रकात में पढ़ी जाती है।
🌙 किन नमाज़ों में Sana Dua दो बार पढ़ी जाती है?
आम नमाज़ में सना सिर्फ पहली रकात में पढ़ी जाती है, लेकिन कुछ ख़ास नमाज़ों में इसे दो बार पढ़ने का हुक्म है।
जैसे – शब-ए-क़द्र की 4 रकात नफ़्ल नमाज़ में तीसरी रकात में भी सना दुआ पढ़नी होती है।
इसलिए, किसी भी ख़ास नमाज़ के लिए अपने नज़दीकी आलिम या हाफ़िज से ज़रूर पूछ लें।
🕌 Namaz Ki Shuruat Ka Sahi Tareeqa
- सबसे पहले नमाज़ की नियत करें।
- हाथ उठाकर नियत बांधें।
- Sana Dua in Hindi/Arabic पढ़ें।
- इसके बाद तअव्वुज अऊज़ुबिल्लाह मिनश शैतानिर्रजीम पढ़ें।
- फिर तस्मियह बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम पढ़ें।
- इसके बाद सूरह फ़ातिहा और दूसरी सूरह पढ़ें और नमाज़ पूरी करें।
FAQs – Sana Dua in Hindi
नमाज़ में सबसे पहले क्या पढ़ा जाता है?
नमाज़ में सबसे पहले सना ही पढ़ी जाती है। नियत बांधने के तुरंत बाद यही पढ़नी होती है।
क्या हर रकात में सना पढ़नी पड़ती है?
नहीं! सना सिर्फ पहली रकात में पढ़ी जाती है, बाकी रकातों में नहीं।
अगर सना भूल जाएं तो क्या करें?
कोई परेशानी नहीं! अगली बार से याद रखकर पढ़ें। नमाज़ टूट नहीं जाती।
✅ आख़िरी शब्द
दोस्तों सना दुआ नमाज़ का एक बहुत ही अहम हिस्सा है। यह हमारे दिल को अल्लाह की इबादत के लिए तैयार करती है और हमें यकीन दिलाती है कि हम सिर्फ अल्लाह की पूजा कर रहे हैं।
उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित हुआ होगा। अगर आपका कोई और सवाल है या कुछ और जानना चाहते हैं, तो बेझिझक पूछें!
याद रखें: नमाज़ सीखना एक प्रक्रिया है, सब्र रखें और लगातार अभ्यास करते रहें। अल्लाह आपकी मेहनत को जरूर कुबूल करेगा। अगर आपको अभी भी कोई सवाल या कन्फ्यूजन है, तो कॉन्टैक्ट करके पूछ सकते हैं।