Taraweeh Ki Dua: रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है दुनियां का चारो कोना जगमगा रहा है आइए हम सब अब रमजान की तैयारी करते हैं जैसे रोज़ा रखना तरावीह पढ़ना वगैरा वगैरा सब कुछ।
क्योंकि आज हम यहां लेकर आए तरावीह की दुआ वो भी आसान भाषा में तो चलिए पढ़िए और याद कीजिए क्योंकि तरावीह की नमाज़ में इसी दुआ को हर चार रकात बाद पढ़ना होता है।
इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कितना महत्वपूर्ण दुआ है इसे याद करके और तरावीह में पढ़कर खूब फजीलत हासिल करें जिसे आपका भी दुनियां व आख़िरत जगमगा सके।
Taraweeh Ki Dua
आज यहां पर आप तरावीह की दुआ को एक नहीं बल्कि तीन भाषा के आसान लफ्जों में पढ़ेंगे और समझेंगे जिसे तरावीह के वक्त आसानी से पढ़ सकें और पूरे रमजान में नेकियों का हासिल करके उन नेकियों की बदौलत जन्नत हासिल कर सकें।
Taraweeh Ki Dua In Hindi
पहले पहले आप यहां पर हमारी कौम की अपनी राष्ट्रभाषा यानी हिंदी में इस तरावीह की दुआ को पढ़ें और याद करलें।

सुब्हा नजिल मुल्कि वल मलकूत
सुब्हा नजिल इज्जति वल अजमति वल हैबति वल कुदरति वल किबरियाए वल जबरूत
सुब्हानल मलिकिल हय्यिल लजी ला यनामु व ला यमूतू
सुब्बुहून कुद्दूसुन रब्बुना व रब्बुल मलाएकति वरूहु
अल्लाहुम्म अजिरना मिनन्नारि
या मुजिरू या मुजिरू या मुजिरू बि रहमति क या अर हमर्राहिमीन
Taraweeh Ki Dua In English
अब यहां दूसरी पूरे विश्व की सबसे मशहूर भाषा में इस दुआ को पढ़ें और समझें इस भाषा में दुआ पढ़ने वालों की तादाद बहुत है।
Subhaa-Nazeel Mulki Wal Malqoot.
Subhaa-Nazeel Izzati Wal Azmati Wal Haybati Wal Qudrati Wal Kibriyaae Wal Jabrut
Subhanal Malikeel Hayyeel Lazi Laa Yanaamu Wa La Yamutu.
Subbuhoon Kuddusoon Rabbuna Wa Rabbul Malaaekati Waruhoo.
Allahumma Azirnaa Minnari. Yaa Muziroo Yaa Muziroo Yaa Muziroo Bi Rahmateeka Yaa Ar-Hamarrahimeen.
Taraweeh Ki Dua In Arabic
سُبْحَانَ ذِی الْمُلْکِ وَالْمَلَکُوْتِ
سُبْحَانَ ذِی الْعِزَّةِ وَالْعَظَمَةِ وَالْهَيْبَةِ وَالْقُدْرَةِ وَالْکِبْرِيَآئِ وَالْجَبَرُوْتِ
سُبْحَانَ الْمَلِکِ الْحَيِ الَّذِی لَا يَنَامُ وَلَا يَمُوْتُ
سُبُّوحٌ قُدُّوْسٌ رَبُّنَا وَرَبُّ الْمَلَائِکَةِ وَالرُّوْحِ
اَللّٰهُمَّ اَجِرْنَا مِنَ النَّارِ يَا مُجِيْرُ يَا مُجِيْرُ يَا مُجِيْرُ بِرَحْمَتِكَ يَااَرْحَمَ الرّٰحِمِيْن.
Taraweeh Ki Dua Ka Tarjuma
मुल्क व मलकूत वाला पाक है इज्ज़त व बुजुर्गी और हैबत व कुदरत वाला बड़ाई और जबरूत वाला पाक है
बादशाह जो जिन्दा है जो न सोता है न मरता है पाक मुकद्दस है
फरिश्तों और रूह का मालिक अल्लाह के सिवा कोई मा’बुद नहीं
अल्लाह से हम मगफिरत चाहते हैं तुझ से जन्नत का सवाल करते हैं
और जहन्नम से तेरी पनाह मांगते हैं।
तरावीह की दुआ का मतलब क्या है?
यह दुआ रमजान के महीने में हर रात ईशा की नमाज़ के बाद पढ़ी जाने वाली तरावीह की नमाज़ के हर 4 रकात के बाद पढ़ने वाली दुआ है यह दुआ एक बहुत ही ख़ास किस्म की दुआ है और भी इसके अलावा दुआ है जो तरावीह के दौरान पढ़े जाते हैं।
लेकिन यह दुआ को नमाज पढ़ते हुए हर चार रकात नमाज़ 2- 2 रकात करके 4 रकात मुकम्मल नमाज़ करने के बाद इस तस्बीह तरावीह यानी तरावीह की दुआ को पढ़ते हैं साथ ही बैठे बैठे कलमा शरीफ या फिर कोई सूरह भी पढ़ते हैं।
FAQs
क्या हमें तरावीह पढ़ना ज़रूरी है?
हां सभी मज़हब ए इस्लाम के लिए तरावीह पढ़ना ज़रूरी है।
तरावीह की दुआ कब पढ़ी जाती है?
तरावीह की दुआ तरावीह पढ़ते समय हर चार रकात के बाद पढ़ी जाती है।
तरावीह में कौन सी दुआ पढ़ी जाती है?
तरावीह में तरावीह की तस्बीह को दुआ के रूप में हर चार रकात के बाद पढ़ी जाती है।
अंतिम बात
कैसा लगा आपको आज का यह पोस्ट जिसमें हमने तरावीह की दुआ लिखी थी हमें कमेंट करके जरूर बताएं साथ ही कोई सवाल भी पूछना चाहते हैं तो भी हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं हम सभी सवालों का जवाब जरूर देंगे इंशाअल्लाह और आपकी दुआ रही तो।
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1 thought on “Taraweeh Ki Dua । तरावीह की दुआ [Ramadan 2026]”
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